उत्तराखंड सरकार की ओर से लोगों को गंगा में अस्थि विसर्जन की इजाजत देने का फैसला ले लिया गया है। बता दें, सरकार पर पुरोहित और लोगों द्वारा इसे लेकर दबाव बनाया जा रहा था।
हरिद्वार में अस्थि विसर्जन अनुष्ठान के लिए उत्तराखंड सरकार ने अनुमति देने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के बाद अपने प्रियजनों के अस्थि को गंगा में विसर्जित करने के लिए लंबे समय से इंतजार कर रहे लोग अब पवित्र स्थान पहुंचने लगे हैं।
बता दें, कोरोना वायरस के चलते अंतिम संस्कार के बाद होने वाले अनुष्ठानों को लॉक डाउन के बाद रोक दिया गया था। लेकिन अब राज्य सरकार की ओर से मृतक परिवार के अधिकतम दो व्यक्तियों (वाहन चालक के अलावा) को भारत के अन्य राज्यों और उत्तराखंड जिलों से हरिद्वार की यात्रा करने कक इजाजत दे दी है।
- पुरोहित द्वारा बनाया जा रहा था दबाव
अनुमान के अनुसार, हर दिन करीब 1000 परिवार हरिद्वार अस्थि विसर्जन के लिए आएंगे। हालांकि लॉक डाउन जारी होने के बाद से हरिद्वार में अस्थि विसर्जन को पूरी तरह से रोक दिया गया था। अन्य राज्यों के लोग अस्थियों को लेकर प्रशासन की अनुमति के साथ हरिद्वार पहुंचने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्हें बॉर्डर से ही वापस भेज दिया जा रहा था। इसके अलावा पुरोहितों द्वारा भी सरकार पर दबाव बनाया जा रहा था कि वह अस्थि विसर्जन पर लगी रोक को हटा दें।