उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की ऑडिट के लिए 11 कमेटी बनाने का फैसला लिया है।
इस समय पूरा देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रही है। भारत में भी इसके खिलाफ लड़ाई जारी है। देश में लॉक डाउन जारी रहने के बाद भी कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। लिहाजा उत्तर प्रदेश में संक्रमण के मामलों के तेजी से बढ़ने के बाद प्रदेश की योगी सरकार ने इस वायरस से होने वाली मौतों के ऑडिट के लिए 11 कमेटियों के गठन का फैसला लिया है।
इन कमियों का प्रमुख कार्य यूपी में कोरोनावायरस से जान गवाने वाले लोगों की डेथ को ऑडिट करना होगा।
ये कमेटियां मरीज के अस्पताल में एडमिट होने और उसके बाद इलाज तक पर रिपोर्ट बनाकर सरकार को सौंपेंगी। इस पर पूरी जानकारी लेना भी कमेटी की ही जिम्मेदारी होगी।
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हालांकि यह भी सरकार की तरफ से साफ किया गया है कि कोरोना वायरस से पहले की स्थाई बीमारियों का इलाज करना भी कमेटी की पहली जिम्मेदारी होगी।
ये कमेटियां केजीएमयू, एसजीपीजीआई, पीजीआई समेत कई मेडिकल कॉलेजों में बनाई जाएंगी। जिनमें मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ और डॉक्टर शामिल होंगे। बता दें यह फैसला स्थाई बीमारियों का विश्लेषण कर कोरोना से निपटने की रणनीति के अंतर्गत लिया गया है।
आपको बता दें कि कोरोना से पीड़ित लोगों की जांच के साथ ही इस पर रिसर्च और कोरोना वायरस के असर का अध्ययन भी किया जाएगा।